भूल हुई अब छोडो भी !
खुशियों से रिश्ता जोड़ो भी !!
मैं हर लम्हा-लम्हा तेरा हूँ !
बांध-अंक रक्खूँगा तुमको!!
तेरी ही साँसों से जीवन चलता है!
खुशियों से रिश्ता जोड़ो भी !!
मैं हर लम्हा-लम्हा तेरा हूँ !
काली रातों के बाद सवेरा हूँ !!
तुम चाहो जी भरके मुझको! बांध-अंक रक्खूँगा तुमको!!
तेरी ही साँसों से जीवन चलता है!
तेरे कोमल स्पर्शो से गुलशन खिलता है!!
तुम मेरे दिल कि धडकन हो प्रिये !
बिन तुम्हारे बोलो कैसे कोई जिए?!!
अब प्रीत प्यार की बातें हों !
बस ! मधुमासों की रातें हों !!
अब आँख मिचौनी छोडो भी !
बांह पसारे खड़ा हुआ अब दौड़ो भी!!.....रमेश घिल्डियाल
तुम मेरे दिल कि धडकन हो प्रिये !
बिन तुम्हारे बोलो कैसे कोई जिए?!!
अब प्रीत प्यार की बातें हों !
बस ! मधुमासों की रातें हों !!
अब आँख मिचौनी छोडो भी !
बांह पसारे खड़ा हुआ अब दौड़ो भी!!.....रमेश घिल्डियाल
beautiful
जवाब देंहटाएंबेहतरीन रचना ....
जवाब देंहटाएंThanxxxx Chawala ji, Dr. Monika ji...aapka shukriya..
जवाब देंहटाएं